फंगल इन्फेक्शन के कारण, लक्षण, बचाव एवं घरेलू उपाय
Fungal Infection in hindi आज कल fungal Infection की समस्या आम है । अस्पतालों की OPDs भी इन patients से भरी होती है । ये त्वचा से जुड़ी प्रॉब्लम होती है । फंगल इंफेक्शन किसी भी मौसम होता है मगर नमी वाले क्षेत्रों में या बरसात के मौसम में इनकी सम्भावना काफी हद तक बढ़ जाती है । इनके कीटाणु प्राकृतिक रूप में वातावरण में होते है । Fungal infections से स्किन के किसी भाग पर खुजली, दाद, त्वचा पर पपड़ी आना, दरारें पड़ जाना इत्यादि । फंगल इंफेक्शन से नियमित रूप से साफ सफाई रखकर आसानी से बचा जा सकता है तो चलिए जानते है Fungal infection in hindi के बारे में जानते है फुंगल इंफेक्शन के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार -
Fungal Infection क्या है ?यह fungus किटाणू होता है जो वातावरण में उपस्थित होते है । ये कवक नम जलवायु या नमी वाले स्थानों पर पाये जाते है । कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण या अन्य कारणों से जब ये स्किन के सम्पर्क में आते है तब त्वचा के ऊपरी सतह को नुकसान पहुंचाते है क्योंकि ये बैक्टीरिया ड्रामटोफाइज होते है । इसको चमडी से प्यार है । वो त्वचा को Damage कर देता है । समय पर इलाज लेकर इनके जीवाणु को आसानी से नष्ट किया जा सकता है ।
Fungal Infection के कारण -
नमी वाले क्षेत्रों में Infection बढने का Risk बढ जाता है । हमारे शरीर में कुछ ऐसे हिस्से होते हैं जो naturally Warm रहते है । उन स्थानों में पसीना जल्दी नहीं सुखता है । वो कपडो से कवर रहते है । वहा हवागामन नहीं हो पाता है ऐंसे areas में fungal Infection होने का Risk काफी ज्यादा होता है ।
Male के case में ऐसे हिस्से होते हैं - बंगल, जांघ, पेट के बीच का एरिया, बटकस वाला भाग । पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त जैसे Diabetes में Infection का खतरा अधिक होता है । वो इसलिये होता हैं क्योंकि इन लोगोंका Immunity System काफी Weak होता है । Blood Sugar के मरीजों को blood sugar control रखना चाहिये ।
जिन लोगो को ज्यादा पसीना आता है यानी जिनका hyper Hydrosis है । या मोटापा यानी obesity है । उन्हें भी Infection होने के चांस हो सकते है । जो sports person हैं उनको भी पसीना ज्यादा आता हैं ऐसे athelic foot भी common है । इसी प्रकार बरसात के मौसम में यह जिवाणू काफी तेज फैलता है । ऐसे मौसम में बुंदाबांदी में अगर कोई भीग जाता हैं और अपनी त्वचा को नहीं सुखाता हैं तो यह काफी बडा खतरा हो सकता है ।
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Fungal Infection के प्रकार - Type of fungal infections -
फंगल इंफेक्शन कई प्रकारका होता है । इनमें से skin पर 3 प्रकार के Infection होते है । -
- एथलीट्स फुट - यह इंफेक्शन पैरो में होने वाला एक आम संक्रमण हैं । जो नमी वाले मौसम में होता है ।
- कैंडिडा इन्फेक्शन - यह एक ऐसा इंफेक्शन है जो हानि रहित वाले भाग में होता है जैसे मुँह, आंत्र मार्ग एवं योनि को संक्रमणित करता है ।
- दाद - यह संक्रमण बॉडी के किसी भी पार्ट पर हो सकता है जैसे जांघ, हाथ, पैर एवं जननांग आदि ।
- नाखून का फंगल इन्फेक्शन - यह संक्रमण आम तौर पर हमारे नाखूनों को प्रभावित करता है । जिसे नाखून क्षतिग्रस्त हो जाते है । यह कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में जल्दी फैलता है ।
Fungal Infection के लक्षण - Symptoms of fungal infections -
ये लाल लाल गोल निशान की तरह दिखता हैं कभी कभी काला भी हो जाता है । यह निशान और इसके Border में skelling दिखती है । इसमें खुजली भी ज्यादा होती है । खुजली परेशानी भी करती है । जलन जैसा होना । या Irritation होना । अपना काम करने में दिक्कत आना ऐसा भी कर सकता है । रात को खुजली बढती है । फंगल इंफेक्शन के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपाय -
- मुल रूप से fungal Infection से स्किन पर लाल चकते पड़ जाते हैं और बहुत खुजली होती है । यह लाल चकत्ते कही भी शरीर के हिस्से में पड सकते है । लाल चकतो को करीब से देखा जाये तो इसमें एक उभरा हुआ Border होता हैं जो permanent होता है । कभी यह चकते गोल गोल दिखते है । इसको Ring one भी कहा जाता है ।
- Infection में Patches गुलाबी होते है । कभी यह काफी Brownish / Black भी दिख सकते है । अगर Infection काफी पुराना हो गया है ।
- यदि Infection सिर पर होता है । उसमें गोल चकत्ते पडते हैं उसमें पचके दाने भी हो सकते है । काफी बाल भी टुट जाते है । समय पर ना इलाज करे तो हमेशा के लिये scaring भी हो सकती है । यह Infection बच्चों में अधिकतर होता है ।
- नाखूनो भी effect कर सकता है ऐसे में नाखून पिले दिखते है । Whiteish पच जमती है । नाखून जल्दी टूटने लगते है । यह infection पानी में अधिक हाथ डालने वालों में होता है ।
- कैंडिडा इन्फेक्शन से मुंह के अंदर और जेनेटिएँटिस Area में होने वाला Infection है । Female में virgana कैंडिडा इन्फेक्शन काफी सामान्य है । इन जगहो पर सफेद परख जमने लगती है । काफी खुजली हो सकती है । कभी कभी irritation होता हैं और खराब केसेस में घाव भी बन सकते है ।
फंगल इंफेक्शन का उपचार - Treatment of fungal infections -
इस संक्रमण के treatment में ध्यान देने वाली बात यह हैं कि, अपने आप कोई भी cream या बाहर से दवा खरीद के ना लगाये । ऐसी cream लगाने से राहत लगती है लेकिन उसकी लालीमा हैं वो सुजन हैं वो तुरंत खत्म हो जाती हैं पर यह cream fungal जीवाणू को नहीं मार सकती बल्कि इससे जीवाणू शक्तिशाली हो जाता है । कई बार दवाई ज्यादा समय तक देनी पडती है । अगर किसी को नया Infection हैं तो usually उनको Anti fungal cream से ठिक किया जाता है लेकिन Infection काफी बढ गया है । ज्यादा spread हो चुका हैं तो ऐसे cases में Anti Fungal Tablets देते है । चिकित्सा परामर्श से आप एन्टी फंगल शेम्पू, टेबलेट, इंजेक्शन एवं आयल ले सकते है ।
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Fungal Infections से बचाव -
फंगल इंफेक्शन से बचाव करने के लिए आपको छोटी छोटी बातों का ध्यान रखने की जरूरत है । साथ ही आप किसी इंफेक्शन वाले मरीज़ की वस्तुओं का उपयोग न करें जैसे कंघी, तौलिया, साबुन एवं कपड़े इत्यादि । Fungal infections in hindi
- त्वचा साफ ओर सूखी रखे ।
- घर में किसी को infection हैं तो उनकी चीजों का इस्तेमाल न करें ।
- अगर पैरो में infection हैं किसी को तो इस बात का ध्यान रखे की, जुते Tight ना पहने ।
- हमेशा cotton के socks पहनें ।
- कपडे भी हमेशा cotton के पहने ।
- कपडो को हमेशा गरम पानी में धोये ।
- Under Garments का खास तौर पर ध्यान रखें । उनको भी Iron करें ।
- अपने दवा का Course जरुर पूरा करें ।
- स्किन को साफ रखें, बरसात के दिनों में भीगने पर तुरंत कपड़े बदले ।
- गर्मी एवं बरसात के मौसम में सूती वस्त्र पहने ताकि पसीना जल्दी सोख लेते है ।
दवा कब तक खानी चाहिये ?
फंगल इंफेक्शन की दवा 2-4 हफ्ते तक खानी पडती हैं अगर infection mild है । अगर infection पुराना हो गया है या ज्यादा दवाइया खा रखी हैं अगर उसको resistance Infection है, ऐसे मामले में 8 हफ्ते भी लेना पडता है । दवा का course break ना करें ।
फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय - Home remedies of Fungal infections -
हमारी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार फंगल इन्फेक्शन का कारण वाक, पित्त एवं कफ माना है । इस संक्रमण को आसानी से ठीक किया जा सकता है । इनका इलाज हमारे घर में मौजूद है तो चलिए जानते है - Home remedies of fungal infection in hindi -
- हल्दी - हल्दी हमारी रसोई में इस्तेमाल किया जाने वाला एक खाद्य पदार्थ है । इनका उपयोग खाने बनाने में किया जाता है । यह एंटीफंगल के गुणों से भरपूर है । इसे संक्रमणित वाले भाग पर पीसकर या गाढ़ा घोल बनाकर लगाने से आराम मिलता है एवं दाग धब्बे दूर हो जाते है ।
- नीम - नीम का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया है । खुजली के लिए यह रामबाण औषधि है । नीम की पत्तियों को उबालकर स्नान करने से राहत मिलती है ।
- दही - दही एक खाद्य पदार्थ है जिसमें एसिड की मात्रा पाई जाती हैं तो हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुँचाते है । मगर फंगल इन्फेक्शन फैलाने वाले जीवाणु को मार देते है । दही संक्रमणित भाग पर लगाने से रिलीफ मिलता है ।
- एलोवेरा जेल - एलोवेरा भी एक औषधि है । इनके पत्ते तोड़कर ताज़ा रस इन्फेक्शन वाले भाग पर लगाने से आराम मिलता है । पर कम से कम आधा घंटे तक लगाए रखे ।
- नारियल तेल - नारियल का तेल फंगल इंफेक्शन को नष्ट करने के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होता है । इसमे फैटी एसिड प्राकृतिक रूप से पाया जाता है तो एन्टी फंगल के रूप में काम करता है । नारियल का संक्रमणित वाले भाग पर लगाने से राहत मिलती है । योनि संक्रमण के लिए यह कारगर उपाय है ।
- अन्य - फंगल इन्फेक्शन का घरेलू उपाय करने के लिए पुदीना, कपूर, टी आयल, लहसुन एवं चाय का उपयोग करना बहुत फायदेमंद है ।
- अभिलाषा देशपांडे
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