घर घर तिरंगा पर शायरी । Ghar Ghar Tiranga par shayari.
Ghar ghar tiranga par shayari. आज़ादी के 75वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में घर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है । हर घर तिरंगा फहराने से पूरे देश भर में देशभक्ति की लहर दौड़ गई । बच्चे हो या बूढ़े सभी आज़ादी का जश्न मनाने लगे । वैसे तो 15 अगस्त का उत्सव बड़े ही धूमधाम एवं उत्साह से मनाते आ रहे है मगर इस बार थोड़ा सा हट के जश्न मनाया जा रहा है ।
तिरंगे को हाथ में लेते ही रगो में देशभक्ति की स्वर लहरिया स्वत् आ जाती है साथ ही उन वीर शहीदों को स्मरण करते हुए नम आंखों से बार बार नमन करने का मन करता है । हमारा तिरंगा हर ध्वज, हर मजहब से बढ़कर है तो चलिए जानते है - Ghar ghar tiranga par shayari.
पढ़े - आज़ादी के अमृत महोत्सव पर शायरी । Azadi ka amrit mahotsav par shayari.
घर घर में लहरायेगा तिरंगा,
उत्साह से मन भरा होगा।
शोर मचेगा गली गली में,
मेरा भारत महान है महान रहेगा।
आओ कसम खाएं झुकने ना देगें,
मर जायेगें पर मिटने ना देगें।
हिन्दुस्तान की शान रहेगी बरकरार,
देश का तिंरगा लुटने ना देगें।
प्रणाम मेरे देश को,
नमस्कार हर वेश को ।
लाख करे कोई जतन पर लूटने ना देगें,
तिरंगे को हम कभी झुकने ना देगें ।
पढ़े - आज़ादी के अमृत महोत्सव पर निबंध । Azadi ka amrit mahotsav essay in hindi.
सोना चांदी नहीं चाहिए
नहीं चाहिए हीरा मोती
साथ चाहिए तिरंगे का ।
मन में जलती रहे
देशप्रेम की ज्योति ।।
तिरंगे से लिपटकर
इस शरीर को छोड़ना चाहती हूँ ।
अपने देश की आन और शान के लिए
देश के लिए शहीद होना चाहती हूँ ।।
गाड़ी वाले ज़रा रोक दे गाड़ी को
मुझे देखना है लहराता तिरंगा |
आज़ादी का अमृत महोत्सव घर घर तिरंगा पर शायरी । Ghar ghar tiranga par shayari.
घर घर लहरायेगा तिरंगा,
दिनो दिन बुलंदियों पर
चढ़ता जायेगा तिरंगा ।
आज कल और परसो
सालो साल दिल में जगहा
बनाता जायेगा तिरंगा ।।
हवा तेज़ चल इतनी कियह भी पढ़े - आज़ादी का महत्व पर निबंध । Azadi ka mahatva essay in hindi.
हर घर में तिरंगा लहराये ।
तीन रंगो से सजे धरती
घर घर तिरंगा लहराये ।।
इश्क मुझे तिरंगे से ऐसा हुआ
चैन नहीं अब आता है ।
मातृभूमि के लिए मेरा
तन- मन न्योछावर हुआ जाता है ।।
अनेकता में एकता शान मेरे देश की ।
संस्कृति अनूठी पहचान मेरे देश की ।
तीन रंगो से सुसज्जित तिरंगा आन मेरे देश की ।।
कहोगे जो कुछ भी करेगें,
सम्मान के लिए जीऐगें मरेगें ।
वतन मेरा महान है और रहेगा,
हिन्दुस्तान के लिए हम
कुछ भी करेगें ।।
केसरिया रंग मुझ पर ऐसा चढ़ा,
हरा ही हरा नज़र आने लगा ।
सफेद रंग की दृष्टि हो गई
नीला का आसमान छाने लगा ।
वीरो की धड़कने धड़कती इस तरह
तिरंगा लहराता है गगन में
वीरो की सांसो से महकती वादियाँ
तिरंगा हर घर मे लहराता है ।।
धरती हो गई हरी
केसरिया सा मन हो गया ।
सफेद रंग बना धड़कन हृदय की
नीला गगन मदहोश हो गया ।
असंभव कुछ नहीं वहाँ
जहाँ देश के तिरंगे का सम्मान हो ।
कुछ करने की चाहत हो
हमें देश पर अभिमान हो ।
घर घर लहरायेगा तिंरगा
तिरंगे में बसी हमारी जान हो ।
उम्मीद है कि आपकी Ghar ghar tiranga par shayari. आपको अच्छी लगी होगी । यदि आप सच्चे देशभक्त है तो कमेंट बॉक्स में जय हिंद .. जय हिंद । शाहाना परवीन...✍️ ।।
1 टिप्पणियाँ
जय हिंद जय हिंद मेरा भारत महान
जवाब देंहटाएं