Hindi chhand जानिए भारती छंद कैसे लिखें
भारती छंद एक साहित्यिक छंद विधा है । इसे कैसे लिखा जाता हैं । क्या मात्रा भार होता हैं आइये जानते हैं :- भारती छंद (वर्णिक छंद)
Bharti chhand vidhan
विधान - चार पदिक छंद है , प्रत्येक पद में 11 वर्ण होते हैं और पदांत में लघु गुरु होता है । 6वें वर्ण के बाद यति होता है । दो - दो पद में तुकान्तता होती है । उदाहरण के लिए कुछ छंद प्रस्तुत है :-
मापनी - ममयलल
222 - 222 , 122 - 12 (6 , 5)
शीर्षक - साजन
विधा - भारती छंद
परिचय - एकादशाक्षरावृत्ति
यति - (6, 5)
गण संयोजन - ममयलग
( 222- 222, 122- 12)
मेरी आँखों में तू, समाये पिया ।
धीरे - धीरे मेरा, चुराये जिया ।।
दीवानी मस्तानी, हुई साँवरे ।
आ भी जाओ मेरे, लिए बावरे ।।
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◆ Hindi chhand जाने अनुकूला छंद कैसे लिखे
नैनों से नैनों की, हुई बात है ।
होती मीठी - मीठी, मुलाकात है ।।
बातों ही बातों में, खुला राज है ।
अच्छाई पे तेरी, मुझे नाज है ।।
बाधाओं को झेली, गमों को पिया ।
मंशा वाचा से हूँ, तुम्हारी प्रिया ।।
जीती जाती मैं हूँ, तुम्हारे लिए ।
मुस्काते तेरे ही, सहारे जिए ।।
◆ छप्पय छंद की परिभाषा, विधान एवं उदाहरण
मेरा कृष्णा है तू, बड़ा बावरा ।
मैं हूँ राधा रानी, करूँ आसरा ।।
देखूँ चाहूँ साथी, निबाहूँ सदा ।
पीछे - पीछे आऊँ, करूँ वायदा ।।
रिश्ता ऐसा दूजा, कहाँ प्रीत का ।
प्यारा सा है किस्सा, पगे मीत का ।।
पूरी हो मेरी ये, मनोकामना ।
है पंछी जोड़े की, जुड़ी भावना ।।
सुकमोती चौहान "रुचि"
बिछिया, महासमुन्द, छ.ग.
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