Hindi Chhand जानिए अनुकुला छंद (वर्णिक छंद ) कैसे लिखें
Hindi साहित्य में मुख्य रूप से 3 प्रकार के छंद होते है ( वर्णिक, दंडक व मात्रिक छंद ) प्रत्येक छंद के अलग अलग विधान होते हैं । आज हम अनुकूला छंद के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि एक वर्णिक छंद हैं । अनुकूला छंद एक साहित्यिक छंद विधा है । इसे मात्रा की मापनी से लिखा जाता हैं । इसे कैसे लिखा जाता हैं । क्या मात्रा भार होता हैं आइये जानते हैं :-
अनुकूला छंद ( वर्णिक छंद ) का विधान क्या है -
Anukula chhand में चार पदिक छंद है , प्रत्येक पद में 11 वर्ण होते हैं और पदांत में दो गुरु होता है । 5वें वर्ण के बाद यति होता है । दो - दो पद तुकान्तता होती है । मापनी - 211 22 , 1 111 22 (5 , 6) उदाहरण के तौर पर कुछ छंद प्रस्तुत कर रहे हैं :-
शीर्षक - मौसम
आँगन द्वारे, घर महकाओ।
साफ सफाई, जन अपनाओ ।
फूल बगीचा, तन मन भाये ।
कोयल बोले, सु स्वर सजाये ।
मौसम देखो, बदल रहा है ।
ठंड समीरा, मचल रहा है ।।
लक्षण कोई, अब पहचानो ।
है ऋतु ये क्या, सुधिजन जानो ।।
ये हरियाली, पतझड़ पानी ।
मेह गिरेगा, शिशिर सुहानी ।।
संग चले ये, मिलकर ऐसे ।
एक हुए हैं , शरबत जैसे ।।
कानन शोभा, रुचिकर लागे ।
भूल भुलैया, मधुकर जागे ।।
रंग बिरंगी, सुमन सजाये ।
भोर सुहानी, नवरस लाये ।।
मानव होता, कुदरत प्रेमी ।
रक्षक भारी, अनुपम नेमी ।।
पावन गंगा, पद अनुगामी ।
है तर जाते, खल दल कामी ।।
सुकमोती चौहान 'रुचि'
बिछिया, महासमुन्द, छ.ग.
2 टिप्पणियाँ
सरल शब्दों में छंद रचना की जानकारी दी गई बहुत खुशी हुई और लाभान्वित होऊंगा बहुत जल्दी इसमें लिखकर प्रसारित करूंगा आपको प्रेषित भी करूंगा इस प्रकार की जानकारी नवोदित रचनाकारों के लिए बहुत लाभकारी है धन्यवाद
जवाब देंहटाएंहमारा प्रयास हैं छंद लिखना सीखे
जवाब देंहटाएं