भारत के स्वतंत्रता सेनानी । Top 100 freedom fighter in India.
Top 100 freedom fighter in India. हमारा प्यारा भारत देश जहाँ हम रहते है।जिसकी मिटटी मे खेलकर हम बड़े हुए है, जहाँ के हर कण, कण से हमारा गहरा नाता है। ऐसा प्यारा हमें हमारा भारत देश है।देश नित नए विकास की ओर वर्तमान में अग्रसर है।
अन्य देशों की तरह ही भारत भी हर क्षेत्र में उन्नति व प्रगति कर रहा है। लेकिन हमेशा ऐसा नही था ? एक समय ऐसा भी था जब हमारा देश अंग्रेजो का गुलाम था एवम भारतीयो की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। तो चलिए जानते है - Top 100 freedom fighter in India.
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भारत का इतिहास । History of india.
सन 1847 के पूर्व हमारे देश पर अंग्रेजी हुकूमत का शासन चलता था। अंग्रेज सरकार अपने तरीके से देश की जनता पर अपना हुकूमत चलाती थी। मनमाने तरीके से किसान वर्ग पर टैक्स लगाती थी । किसान स्वयं की जमीन पर खेती कर के उपज का 75% सरकार को दे देते थे और न देने की स्थिति में उन्हें सरकार के कड़े दण्ड भुगतने पड़ते थे। अंग्रेजो के अत्याचार, जुल्म इतने बढ़ गए थे की भारतीयो का अपने ही घर में जीना मुश्किल हो गया था। Top 100 freedom fighter in India.
ऐसे में देश को अंग्रेजो से मुक्त कराने और भारत को समृद्ध बनाने के लिए कुछ भारतीओ ने अंग्रेजो के विरुद्ध लोहा लिया। देश की आजादी के लिए देशभक्तों ने स्वयं की भी परवाह नही की और कुर्बान हो गए। ऐसे ही स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में आपको बताते हैं, लेकिन उनके बारे में जानने से पहले भारत का इतिहास जानना भी अति आवश्यक है। देश को स्वतंत्र कराने के लिए स्वतंत्रता संग्राम किया जाने लगा। इस संग्राम में बहुत से लोग हिस्सा लेने लगे। भारतीयों के बढ़ते संग्राम को देख अंग्रेज सरकार डरने लगी और इस स्वतंत्रता संग्राम में शामिल लोंगो को पकड़ पकड़ कर जेल में डालने लगी तथा भारतीयों पर अनेक तरह से अत्याचार करने लगी ताकि वे अपना प्रदर्शन बंद कर दे।
स्वतंत्रता सेनानी का अर्थ | meaning of freedom fighter.
भारत को आजाद कराने के लिए जिन व्यक्तियों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से योगदान शामिल हैं और जिनकी वजह से ही आज आजाद भारत में हम साँस ले पा रहे हैं, वे सभी सम्माननीय व्यक्ति स्वतंत्रता सेनानी की श्रेणी में आते हैं। स्वतंत्रता सेनानी भी दो तरह के होते थे, एक प्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी और दूसरा अप्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी।
प्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी
ऐसे लोग जो अंग्रेज़ो के प्रति अपना क्रोध, रोष प्रत्यक्ष रूप से प्रदर्शित करते थे, स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेते थे, विद्रोह करते थे, एवं अंग्रेज सरकार से बिलकुल नही डरते थे, प्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी कहलाते थे।
अप्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी
ऐसे लोग जो स्वयं तो स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा नही लेते थे किंतु चोरी छिपे स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वालों की मदद करते थे, इसमें व्यापारी या धनाढ़्य वर्ग शामिल होते थे, अप्रत्यक्ष स्वतंत्रता सेनानी कहलाते थे। स्वतंत्रता सेनानियों का गुट भी दो दलों में बंटा हुआ था जिससे लोग भी अपनी रूचि से दलों में विभक्त थे।
नरम दल के स्वतंत्रता सेनानी । Naram dal freedom fighter.
इस दल के लोग शांत एवं सरल स्वभाव के होते थे, जो कि अंग्रेजी शासन के प्रति अहिंसा के जरिये अपना विद्रोह करते थे। इस दल का नेतृत्व महात्मा गॉंधी करते थे एवं इस दल में मदन मोहन मालवीय, गोपाल कृष्ण गोखले, लाल बहादुर शास्त्री, जवाहर लाल नेहरू,राजेंद्र प्रसाद आदि जैसे दिग्गज नेता शामिल थे।
गरम दल के स्वतंत्रता सेनानी । Gram dal freedom fighter.
इस दल के लोग बहुत उग्र एवं क्रोधी स्वभाव के होते थे, जो कि अंग्रेजो की नाक में दम कर देते थे एवं ईंट का जवाब पत्थर से देने की ताकत रखते थे। इस दल का नेतृत्व चंद्रशेखर आजाद करते थे एवं इस दल में भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, खुदीराम बोस, रामप्रसाद बिस्मिल आदि जैसे उग्र देशभक्त क्रांतिकारी शामिल थे ।भारत के मुख्य 100 स्वतंत्रता सेनानियों की सूची -
भारत के स्वतंत्रता सेनानी । Top 100 freedom fighter in India.
● महात्मा गाँधी - सत्य एवं अहिंसा के पुजारी थे, इन्ही के सत्प्रयासों से भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। इन्हें हमारे देश के राष्ट्र पिता के रुप में जाना जाता हैं।
● भगत सिंह - पंजाब प्रदेश में जन्मे गरम दल के महान क्रांतिकारी, जो मातृभूमि के लिए हँसते हँसते फाँसी चढ़ गए थे।
● चंद्रशेखर आज़ाद - जोशीले एवं वाकपटुता में माहिर आजाद ताउम्र आजाद ही रहे । अंग्रेजो का जीना मुश्किल करने वाले आजाद को अंग्रेज जीवित पकड़ ही नही पायी। मातृभूमि के लिए आजाद स्वयं कुर्बान हो गए।
● सुभाष चंद्र बोस - इनका दिया गया नारा"तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूँगा" आज भी बच्चे बच्चे की जुबान की शान है।
● जवाहर लाल नेहरू - ये हमारे आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भी बने और स्वतंत्र भारत की कल्पना को साकार किया।
● बाल गंगा धर तिलक-तिलक जी का नाम भी इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।
● वल्लभ भाई पटेल - इनके देशप्रेम व कर्तव्य परायण को कौन नही जानता, क्रांतिकारियों की पैरवी करने के दौरान जब पत्नी की मृत्यु का समाचार मिला, तब भी उन्होंने देश के लिए पैरवी जारी रखी।
● भीमराव अम्बेडकर - हमारे संविधान निर्माता और छुआछूत को दूर करने में इनका विशेष योगदान है।
● कस्तूरबा गॉंधी - महात्मा गॉंधी जी की धर्म पत्नि थी।
● रानी लक्ष्मी बाई - झाँसी की रानी को कौन नही जानता ? अंग्रेजो से लोहा लेने एवं उनके दाँत खट्टे करने में रानी लक्ष्मी बाई का कोई जवाब नहीं था, उनकी वीरता के किस्से आज भी बच्चे बच्चे की जुबान पर रटे हुए है।
● गोपाल कृष्ण गोखले - गोखले जी अपनी समझदारी, देशप्रेम एवं कर्त्तव्य निष्ठा के लिए बहुत मशहूर थे।
● लाला लाजपत रॉय इन्होंने अंग्रेजो की लाठियां खाकर भी अंग्रेजी हुकूमत कबूल नही की।
● मोतीलाल नेहरू - प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के पिताजी थे जो अंग्रेजी शासन के कट्टर विरोधी थे।
● मौलाना अब्दुल कलाम आजाद - इन्हें वर्तमान में हर बच्चा जानता है, ये हमारे देश के राष्ट्रपति भी रह चुके हैं और सफल वैज्ञानिक भी थे।
● लाल बहादुर शास्त्री - अत्यंत सीधे, सरल व्यक्तित्व के धनी शास्त्री जी हमारे देश के प्रधान मंत्री भी रह चुके हैं।
● डॉ, राजेंद्र प्रसाद - देश के प्रति समर्पित प्रसाद जी देश के प्रथम राष्ट्रपति बनकर स्वतंत्र भारत की नींव रखे थे। Top 100 freedom fighter in India.
● खुदीराम बोस,
● विनायक दामोदर सावरकर,
● बटुकेश्वर दत्त,
● दुर्गा वती देवी,
● रास बिहारी बोस,
● राम प्रसाद बिस्मिल,
● गणेश दामोदर सावरकर,
● अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ,
● मदन लाल ढींगरा,
● एनी बीसेंट,
● लाला हरदयाल अल्लुरी,
● सीताराम राजू,
● कन्हैया लाल माणिक लाल मुंशी,
● कमला नेहरू,
● सूर्या सेन,
● वीना दास,
● राजेंद्र लाहिड़ी,
● सरअरविन्द घोष,
● नाना साहब,
● तात्या टोपे,
● बेगम हजरत महल,
● पंडित बालकृष्ण शर्मा,
● सागरमल गोपा,
● लक्ष्मी सहगल,
● महादेव गोविन्द रानाडे,
● पुष्प लता दास,
● गरीमेला सत्यनारायण,
● जतिन्द्र मोहन सेन गुप्ता,
● सुरेंद्र नाथ बेनर्जी,
● पोट्टी श्रीराम मल्लू,
● कनेमंती हनुमंतु,
● पर्वत गिरी,
● बेलू नाचियार,
● भाई परमानन्द,
● अनन्त लाल सिंह
● मौलवी बरकतुल्ला,
● गोविन्द वल्लभ पन्त,
● तिरुपुर कुमारन,
● रानी चिन्म्मा,
● आबादी बानो बेगम,
● राजकुमारी गुप्ता,
● कमला देवी चट्टोपाध्याय,
● मतंगिनी हजरा,
● पीर अली खान,
● कुशल कुँवर,
● सुचेता कृपलानी,
● तारा रानी श्रीवास्तव,
● निलिसेन गुप्ता,
● सेवापति बापट,
● बिरसा मुंडा,
● हेमू कालाणी,
● सुखदेव,
● राजगुरु,
● दादा भाई नैरोजी,
● भीकाजी कागा,
● विपिन चंद्र पाल,
● राम मनोहर लोहिया,
● सरोजनी नायडू ,
● नरसिंह रेड्डी,
● शहीद उधम सिंह,
● मंगल पांडे,
● बहादुर शाह जफर,
● टीपू सुल्तान,
● बाबू कुँवर सिंह,
● आचार्य कृपलानी,
● चित्तरंजन दास,
● मदन मोहन मालवीय,
● रानी गिडालू,
● अम्बिका चक्रवर्ती,
● जयप्रकाश नारायण,
● प्रफुल्ल चाकी,
● करतार सिंह सराभा,
● अरुणा आसफ अली,
● अनन्त लक्ष्मण कन्हेरे,
● खान अब्दुल गफ्फार खान,
● सी, राजगोपालाचारी,
● वीर नारायण सिंह,
● भगवती चरण बोहरा,
● चंद्रभानु गुप्त,
● गणेश शंकर विद्यार्थी,
● अंजना देवी चौधरी,
● बैकुंठ शुक्ला,
● अब्दुल कय्यूम अंसारी,
● कन्हाई लाल दत्त व
● गुरुबख्श ढिल्लो ।
इस तरह देश के सुपुत्रों सुपुत्रियो के अथक परिश्रम एवं प्रयास से देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। स्वतंत्रता सेनानियों ने हमे आजाद भारत में जीने का मौका दिया, वे स्वयं अब नही रहे किन्तु उनकी महिमा युगों युगों तक इस धरती पर उनके नामो ( Top 100 freedom fighter in India. ) के साथ जीवित रहेगी।। शिखा गोस्वामी निहारिका, छत्तीसगढ़ ।।
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