कोरोना वायरस पर निबंध । Covid 19 essay in hindi.
Covid 19 essay in hindi. जैसा की आप सभी जानते है कि covid 19 ने दुनिया भर में अपना कहर बरपाया । WHO ने महामारी की घोषणा के बाद दुनिया के कई देश अलर्ट हो गए थे । कई देशों ने लॉकडाउन भी लागू कर दिया था उनमे से भारत भी एक है । साल 2019 में चीन के वुहान शहर से उपजे कोरोना वायरस साल 2020 के आते आते दुनिया के लगभग सभी देशों में फैल गया ।
फलस्वरूप न केवल जन जागरूकता की आवश्यकता थी बल्कि covid 19 vaccine की आवश्यकता थी जो साल 2021 में उपलब्ध हो गया । लेकिन कोरोना प्रतिवर्ष अपना रूप बदलता रहा जैसे डेल्टा वेरियंट, ओमिक्रोम आदि । तो चलिए जानते है covid 19 essay in hindi.
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कोरोना वायरस पर निबंध - 500 शब्दों में | covid 19 essay in hindi.
कोरोना एक ऐसा अदृश्य वायरस है, जो बिना दिखे मानव को अपना शिकार बना लेता है। इसे कोविड-19 के नाम से जाना जाता है। कोरोना ने सारी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। विश्व के सभी देशों में यह अपने पैर पसार चुका है और अभी तक लाखों लोगो को अपने चपेट में लेकर मौत की नींद सुला चुका है। कोरोना वायरस का जनक मुख्य रूप से चीन को माना जाता है। चीन में ही सर्वप्रथम कोरोना वायरस पाया गया था और लाखों लोगों को निगल गया था।
चीन से ही यह वायरस सम्पर्क में आने वाले अन्य देशों तक पहुँच गया और तत्काल परिस्थिति के अनुसार वर्तमान में कोरोना हर देश का सिरदर्द बनी हुई है। यह वायरस सर्वप्रथम चीन के विहाग शहर में पाया गया। आज सम्पूर्ण विश्व आवागमन के तीव्र साधनों से जुड़ा है, जिसकी वजह से यह वायरस चीन से होता हुआ, विश्व के कोने-कोने में फ़ैल गया है।इसके फैलाव के प्रमुख कारण यह है कि यह परिस्थितियों के हिसाब से अपना रूप बदलने में माहिर हैं।
सभी देश की सरकारें इससे निपटने के लिए हरसंभव प्रयास में लगी हुई है। भारत में भी कोरोना की पहली व दुसरी लहर ने आम से लेकर खास सभी लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था। कि सरकार को लॉक डाउन जैसे कड़े कदम उठाने पड़े। सारे उघोग धंधे, स्कूल, कॉलेज आदि बंद कर दिए गए तथा लोगों को घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी गयी, ताकि कोरोना को काबू में किया जा सकें। कोरोना वायरस छींकने, खाँसने या हाथों के जरिये एक से दुसरे व्यक्ति तक आसानी से पहुंचता है और यह उन लोगों को अपनी चपेट में जल्दी लेता है, जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो।
इस संक्रमण में सर्दी, बुखार, बदन दर्द, थकान, गले में खराश, स्वाद और गंध का पता ना चलना, साँस लेने में परेशानी और भी अनेक लक्षण दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में दुसरी लहर से युवा वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। साथ ही बच्चे व बुजुर्ग भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं। यदि समय रहते इस बीमारी का पता चल जाये और तत्काल इलाज किया जाये तो संक्रमित मरीज की जान बचाई जा सकती है। कोरोना ने देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव डाला है।
इस बीमारी ने सैकड़ो लोगो की रोजी रोटी छीन ली है । बेरोजगारों की संख्या बढ़ गई हैं और कई ऐसे भी लोग हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नही हो पा रही हैं। स्कूल, कॉलेज बंद होने से विद्यार्थियों का हाल तो पहले से भी ज्यादा खराब हो चुका है। बच्चे सब भूल चुके है और उन्हें फिर से सब सिखाना, पढ़ाना अति महत्वपूर्ण कार्य बन गया है। ऑनलाइन पढ़ाई के चक्कर में बच्चों में गैजेट्स की ऐसी लत लग गई है कि बच्चे अब मोबाइल छोड़ना नही चाहते और ना ही स्कूल जाना चाहते हैं। कोरोना के चलते बच्चों की अपूरणीय क्षति हुई है।
कोरोना वायरस पर निबंध 250 शब्दों में | essay on coronavirus in hindi.
कोरोना की बढ़ती रफ़्तार और तबाही को देखते हुए भारत सरकार ने सभी को टीकाकरण करने के निर्देश दिए हैं। हर नागरिक के टीकाकरण से ही इस भयावह महामारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इस टीके का नाम कोविशील्ड या कोवैक्सीन है। इसे दो चरणों में लगाया जाता है। प्रथम चरण का टीका लगावाने के कुछ महीने बाद दुसरा चरण का टीका लगाया जाता है। पहले 45 प्लस लोगो को ही टीका लगाने का आदेश दिया गया था किन्तु महामारी की विकरालता देखते हुए 18 प्लस सभी लोगो को टीका लगवाने का आदेश दिया गया है।
वर्तमान में स्कूली बच्चों को भी टीका लगाया जा रहा है। टीका ना लगवाने वालों को भी घर-घर जाकर टीका लगाया जा रहा है, जिससे कोरोना को नियंत्रित किया जा सकें। टीकाकरण के कारण ही अभी तीसरी लहर थोड़ी शान्त हो पाई है, किन्तु अभी भी सावधानी आवश्यक है। कोरोना को हराने के लिए सरकार द्वारा बनाये गए नियम कानून ही काफी नही है, हमें स्वयं भी जागरूक होना होगा, क्योंकि कोरोना ने हर क्षेत्र को प्रभावित किया है।
रोजगार के क्षेत्र में भी काफी मंदी आई है। मजदूर वर्ग, जो नित्य के मजदूरी से ही दो वक्त की रोटी खाते हैं, उन्हें भूखा ही रहना पड़ रहा है। इस बीमारी से गरीबी और बेरोजगारी में बेतहाशा वृद्धि कर दिया है। वर्तमान में लगाये जाने वाले टीके भी इस संक्रमण से सम्पूर्ण रक्षा नही करते हैं। अतः जब तक इस वायरस से बचने का का उपाय प्रमाणित नही होता, तब तक सावधानी और कोरोना नियमो का पालन ही इस बीमारी का इलाज है।
कोरोना पर निबन्ध 10 लाइन में | Ten line on covid 19 essay in hindi.
1. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भारत सरकार ने कुछ बातों को ध्यान में रखने व दिनचर्या में अपनाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कोरोना महामारी को दूर किया जा सके।
2. जब भी और जहाँ भी जाये मास्क लगाकर ही जाये।घर से बाहर मास्क लगाकर कर ही निकले एवं उपयोग के पश्चात मास्क को डिटर्जेंट पाउडर से अच्छी तरह से धोएं।
3. बाहर से आने पर हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं।घर पर भी बार बार हाथों को अच्छी तरह धोते रहें।
4. घर से बाहर जाने या घर में बाहर से आने पर हाथों और कपड़ो को सैनिटाइजर से अच्छी तरह से धोएं,जिससे कोरोना वायरस नष्ट हो जाये।
5. टीकाकरण जरूर करवाये। टीके के दोनों डोज समय पर लगवाने से कोरोना से बचा जा सकता है।
6. जीतना भी हो सके भीड़ भाड़ वाले जगह से दूर ही रहे और यदि जाना भी पड़े तो मास्क व सैनिटाइजर के बिना कहीं ना जाये।
7. सर्दी, खाँसी, स्वाद या गंध का पता ना चलना, बदन दर्द, साँस लेने में कठिनाई इनमें से कोई भी कोरोना के लक्षण दिखे तो तत्काल इलाज करवाये। इलाज से ही बचा जा सकता है।
8. अनावश्यक या अकारण बाहर ने घूमें।जब जरूरत हो तभी बाहर निकलें अन्यथा घर में ही सुरक्षित रहें।
9. लोगों से एक निश्चित दुरी बनाकर रखें और किसी से भी हाथ ना मिलाए। सभी से नमस्ते से काम चलाएं।
10. इन सभी बातों और नियमो का पालन करके हम कोरोना से सुरक्षित रह सकते हैं। सबसे बड़ी बात मित्रों कि कोरोना जैसे विकट समस्या में हमे हमारे अपनों के बीच आने का समय मिला, उन्हें समझने की जरूरत महसूस हुई। इस बीमारी ने हमे हमारे अपनों की अहमियत भी समझाई कि हमारे अपने जो इस कोरोना में कहीं खो गए वो हमारे लिए कितने अनमोल थे।
तो मित्रों उम्मीद करते हैं कि आजका टॉपिक Covid 19 essay in hindi. आपको जरूर पसंद आया होगा । आप अपने विचार हमारे कमेंट बॉक्स में लिखे ।। शिखा गोस्वामी निहारिका, छत्तीसगढ़ ।।
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